About Me

My photo
mumbai, maharashtra, India
मिटटी का तन, मस्ती का मन, क्षण भर जीवन ...मेरा परिचय !!! :- हरिवंश राय बच्चन

Monday, March 7, 2011

उसका जाना एक पहेली था


उसका जाना एक पहेली था 
ठीक उसके आने की तरह
जो मै कभी सुलझा नही पाया 

रेशमी महीन अदृश्य धागों से 
जो बुना था स्वप्न जाल दोनों ने मिलकर, 
बुनते बुनते 
उलझ कर रह सा गया 

उसका आना वसंत जैसा था 
और जाना पतझड़ की तरह 
पीछे यादो के पीले सूखे पत्ते 
और गर्मियों की नीरस दुपहरी छोड़ गया 

उसका आना बादलो का गुबार था 
जो नेह बरसाकर 
रीत गया 
और जाना कुछ ऐसा था 
कि तन -मन -जीवन को आंसुओ से सींच गया 

उसका आना एक नए जीवन की शुरुआत थी 
उसका जाना 
मानो एक जीवन शुरू होकर बीत गया 



 

4 comments:

  1. आपके ब्लॉग पर आकर अच्छा लगा. हिंदी लेखन को बढ़ावा देने के लिए तथा पत्येक भारतीय लेखको को एक मंच पर लाने के लिए " भारतीय ब्लॉग लेखक मंच" का गठन किया गया है. आपसे अनुरोध है कि इस मंच का followers बन हमारा उत्साहवर्धन करें , हम आपका इंतजार करेंगे.
    हरीश सिंह.... संस्थापक/संयोजक "भारतीय ब्लॉग लेखक मंच"
    हमारा लिंक----- www.upkhabar.in/

    ReplyDelete
  2. @ Nupur : thanks a lot :)

    @ susheel : I read ur article and m really impressed, it is really helpful for all those blog writers... :)

    @Harish Singh : thanks harish ji...will visit ur blog for sure :)

    @ anand : i visited ur blog ...it was quiet interesting but i cant write in sanskrit so wont be able to participate on your blog but i liked it for sure. thanks :)

    ReplyDelete