तुम सुबह की पहली किरण
तुम सांझ का विश्रांत राग
तुम सावन की पहली बारिश
तुम ह्रदय का असीम अनुराग
तुम किसी फ़कीर की दुआ
किसी की अगाध ममता
किसी की बाल सुलभ बोली
रंगों की जगमग होली
तुम्हारा निर्दोष मन
तुम्हारा भोलापन
और तुम्हारा बचपन
मानो खुदा का परम आर्शीवाद
तुम्हारी आँखों से झांकता अनंत आकाश
जिसमे है असीम करुणा
गहन शांति
और अलौकिक प्रकाश
जिसमे है असीम करुणा
गहन शांति
और अलौकिक प्रकाश
तुम्हारा विशाल ह्रदय
जो करता है समाहित
अपने भीतर
अथाह समुद्र
असंख्य धरा
अपरिमित आकाश
जो करता है समाहित
अपने भीतर
अथाह समुद्र
असंख्य धरा
अपरिमित आकाश
तुम किसी प्यासे की प्यास
तुम किसी की पहली ख्वाहिश
किसी की अंतिम तलाश
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